अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने ट्रंप को सत्ता से हटाने के लिए पेंस को बुलाने का प्रस्ताव किया पारित

भले ही उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने स्पीकर को पत्र लिखकर ये बता दिया है कि वे ट्रंप के खिलाफ 25वें संशोधन के प्रयोग के हक़ में नहीं हैं, लेकिन इसके बाद भी अमेरिकी संसद का निचला सदन चाहता है कि वे एक बार और विचार करें।

निचले सदन में मंगलवार को इस आशय का एक प्रस्ताव लाया गया जिसे 205 मतों के मुकाबले 223 मतों से पारित किया गया । इसे पारित करने में 5 वोट ट्रंप की पार्टी के सांसदों के भी थे, जो ट्रंप के व्यवहार से खफा हैं ।

लेकिन ये तय है माइक पेंस इसपर दोबारा विचार नहीं करेंगे। मतलब आज शाम ( अमेरिका की बुधवार की सुबह ) निचले सदन में ट्रंप के खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव लाया जाएगा। एक दिन पहले ट्रंप के खिलाफ 223-205 की वोटिंग का मतलब है कि ये आसानी से पास भी हो जाएगा ।

इस बीच, ट्रंप ने अपने भड़काऊ भाषण के बाद हुए दंगों के लिए कोई पछतावा नहीं दिखाया और अमेरिका में महाभियोग को लेकर "जबरदस्त गुस्से" बताया।

अमेरिकी राष्ट्रपति 20 जनवरी को बिडेन के शपथ ग्रहण के बाद व्हाइट हाउस से बाहर निकलने के लिए तैयार हैं। वह अमेरिकी इतिहास में ऐसे पहले राष्‍ट्रपति होंगे, जिनके खिलाफ दो बार महाभियोग लाया जाएगा।

ट्रंप ने बिडेन पर धोखाधड़ी से चुनाव जीतने का आरोप लगाया था, जिसके बाद कैपिटल हिल में हिंसा भड़क गई और उनके खिलाफ महाभियोग लाया गया है।

कई रिपब्लिकन भी उनके महाभियोग के पक्ष में हैं, क्योंकि पार्टी के वफादारों ने खुद को विवादास्पद राष्ट्रपति से अलग कर दिया है, जिन्होंने डेमोक्रेट बिडेन की जीत को स्वीकार करने से इनकार करना जारी रखा है।

पेंस द्वारा प्रस्ताव को स्वीकार करने से इनकार करने के बाद भी डेमोक्रेट वोट के साथ आगे बढ़े। सदन के अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी को लिखे पत्र में उपराष्ट्रपति ने कहा कि इस प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ना “राष्ट्र के हित में नहीं होगा” और यह “हमारे देश को एकजुट करने का समय है, जब हम राष्ट्रपति-चुनाव का उद्घाटन करने की तैयारी कर रहे हैं।”

प्रकाशित तारीख : 2021-01-13 12:30:00

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