लॉन्ग टर्म नजरिया अपनाएं और 5 बातों का ध्यान रख चुनें सही इंश्योरेंस कवर

फाइनैंशल स्टेबिलिटी के लिए इंश्योरेंस लेने की अहमियत के बारे में सुना है और वह जीवन बीमा लेने के बारे में सोच रहे हैं तो पहले पनी फाइनैंशल स्टेबिलिटी और सिक्यॉरिटी के हारे में सोचें। किस तरह के इंश्योरेंस की जरूरत होगी यह जरूरतों पर निर्भर करता है।

पेशे से अकाउंटेंट विशाल की पहली नौकरी है। उनके ऊपर कोई वित्तीय जिम्मेदारी नहीं है लेकिन उनके पास छोटी-मोटी बचत है जिसे वह जारी रखना चाहते हैं। उन्होंने फाइनैंशल स्टेबिलिटी के लिए इंश्योरेंस लेने की अहमियत के बारे में सुना है और वह जीवन बीमा लेने के बारे में सोच रहे हैं। लेकिन क्या उन्होंने इस बाबत फैसला करने से पहले इससे जुड़े हर पहलू पर विचार किया है? विशाल इंश्योरेंस के बारे में अपनी फाइनैंशल स्टेबिलिटी और सिक्यॉरिटी के लिहाज से सोच रहे हैं तो सही कर रहे हैं। हालांकि उन्हें किस तरह के इंश्योरेंस की जरूरत होगी यह उनकी अपनी जरूरतों पर निर्भर करता है। 

कोई डिपेंडेंट नहीं, तो लाइफ इंश्योरेंस जरूरी नहीं 
अभी उनकी पहली जरूरत खुद को इस तरफ सेफ करना है कि लॉस ऑफ इनकम या अचानक आय और बचत दोनों को बेपटरी करने वाला बड़ा खर्च आ जाने की सूरत में उन्हें मदद मिल सके। अभी उन पर कोई आश्रित नहीं है इसलिए फिलहाल उनके लिए लाइफ इंश्योरेंस लेना जरूरी नहीं होगा। इसलिए वे ऐसी चीजों से खुद को कवर कर सकते हैं जो उनके ज्यादा काम आए। 

लॉस ऑफ इनकम का कवरेज 
पर्सनल ऐक्सिडेंट इंश्योरेंस से किसी ऐक्सिडेंट के चलते टेंपररी डिसेबिलिटी हो जाए या काम करने में अक्षम हो जाने की सूरत में लॉस ऑफ इनकम कवर हो जाएगा। ऐसी पॉलिसी होने पर विशाल को पॉलिसी टर्म के हिसाब से तब तक इनकम हासिल होती रहेगी जब तक वे काम शुरू करने की स्थिति में न आ जाएं। 

इनकम प्रोटेक्शनऔर लािफ इंश्योरेंस 
लाइफ इंश्योरेंस में इनकम प्रोटेक्शन हासिल होता है लेकिन इसका फायदा तभी मिलता है जब कवर्ड पर्सन की मौत हो जाए। हालांकि इसमें ऐसे कुछ राइडर्स शामिल होते हैं जिनसे ऐक्सिडेंट कवर भी हो जाता है लेकिन हो सकता है कि कवरेज का दायरा बड़ा न हो और उसकी कॉस्ट ज्यादा हो। ऐसा इसलिए कि उन्हें लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए भी प्रीमियम देना होगा जिनकी जरूरत उन्हें फिलहाल नहीं है। 

जितने यंग, उतना कम होगा प्रीमियम 
विशाल को हेल्थ इंश्योरेंस लेने के बारे में सोचना चाहिए जिसके उनकी मेडिकल कॉस्ट कवर हो सके। वह यंग और हेल्दी हैं इसलिए उन्हें पॉलिसी कम प्रीमियम में मिल जाएगी। अगर वह अपनी पॉलिसी को नियमित रूप से समय पर रिन्यू कराते रहते हैं तो उन्हें उम्र के उस पड़ाव पर भी सस्ता कवर मिलता रहेगा जब उनकी सबसे ज्यादा जरूरत होगी। इसी तरह अगर विशाल के पास कार है तो थर्ड पार्टी कवर लेने के बजाय कॉम्प्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस लेना उनके लिए बेहतर ऑप्शन हो सकता है क्योंकि इसमें डैमेज भी कवर होगा। 

टाइप और कवर के साइज का रखें ध्यान 
इंश्योरेंस टाइप और कवर के साइज पर विचार करते वक्त विशाल को कॉस्ट के बारे में भी सोचना चाहिए। ओवरइंश्योर्ड होने की स्थिति में प्रीमियम भी जरूरत से ज्यादा होगा, जबकि अंडरइंश्योर्ड होने पर दुर्घटना होने पर इनकम लॉस का खतरा पैदा होगा। 

प्रकाशित तारीख : 2020-01-08 01:48:28

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