नीली छतरी वाला

वसन्त लोहनी (काठमांडू)

उनके लिए सब बंदे एक है
फिर भी सब बंदे का नसीब एक नहीं है
बनाने वाले नसीब बराबर नहीं बनाते
जवाब आसान है उसी तरह
जिस तरह आसमान और मसान
बीच के फर्क है
उसे कायम रखने के लिए
सृष्टि में विविधता अनिवार्य है
रचनाकार जानता है
बिभितता तभी रखा जा सकता है
जब भीख मांगने वाला धनपाल
और मुकद्दर का सिकंदर साथ रहे
मंदिर, मस्जिद और गिरजाघर
रगड़ झगड़ के द्वंद में जिए
सृष्टि के ऊर्जा द्वंद है
द्वंद्व ही सब को चलाएं मान रखता है
ऐसे उद्गम गतिविधियों
अंदर के प्रभाव बन कर
सभ्यता को हाकता हैं
जैसे नदी को हकाता है उसकी अंदर
प्रवाह
इसी को कहते हैं
नीली छतरी वाला के कमाल
हम सब इसी को समझने के लिए
पढ़ते हैं, पढ़ाते हैं
और उसी में काम करते हैं
दाल रोटी कमाने के लिए जीने के लिए
अंततः विलय के लिए
वहीं, जहां से हम आए थे
जीने के लिए संघर्ष करना पड़ता है
विलय के लिए भी संघर्ष अनिवार्य है
संघर्ष कराते हैं वह
और हम बखान करते हैं अपने संघर्ष की
दूसरे को सुनाते हैं - हमने क्या नहीं
किया ?
संघर्ष हमारी
कृपा नीली छतरी वाले की
कोही सिकंदर बनता है
तो कोही दर-दर भिखारी
लेकिन खेल-खिलाड़ी एक ही है
नीली छतरी वाला

प्रकाशित तारीख : 2021-04-02 22:22:00

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