बलात्कारी कोरोना से बचा, तो चौक पर फांसी दी जाए; मनसे हुई आक्रामक

पनवेल के इंडिया बुल्स क्वारंटीन सेंटर में गुरुवार को एक कोरोना संक्रमित महिला पर बलात्कार होने घटना सामने आई थी। महिला की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज़ करके संबंधित आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने आक्रामक भूमिका लेते हुए कहा है कि, बलात्कार के आरोपी का इलाज न किया जाए और अगर आरोपी कोरोना से बच गया, तो उसे चौक पर फांसी की सजा दी जाए।

मनसे की नेता शालिनी ठाकरे ने एक ट्वीट करते हुए अपना गुस्सा व्यक्त किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, पनवेल के क्वारंटीन सेंटर में कोरोना संक्रमित महिला पर एक कोरोना संक्रमित पुरुष ने बलात्कार किया। इससे यह स्पष्ट हुआ कि, महिला कही भी सुरक्षित नहीं है। इसलिए ऐसे बलात्कारी को कोई भी इलाज न दे यह पहली सजा है। इसके बाद भी वह बच जाता है तो उसे खुले चौक में फांसी दी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी लिखा कि, बलात्कार रोकने के लिए कठोर सजा का कोई विकल्प नहीं है। 

इससे पहले भी भाजपा के चित्रा वाघ ने इस मामले को लेकर अपना गुस्सा व्यक्त किया था। उन्होंने कहा था कि, “पनवेल क्वारंटीन सेंटर में हुआ बलात्कार कोरोना से भी ख़तरनाक है।’ इससे पहले भी इस प्रकार की घटनाएं हुई है। लेकिन सवाल यह है कि, महिला क्वारंटीन कक्ष में पुरुष मरीज कैसे पहुंचते है? सुरक्षा, प्रशासन क्या करता रहता है? उन्होंने कहा, इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन इसके लिए सुरक्षा गार्ड और वहां का प्रशासन भी उतना ही जिम्मेदार है।  

गैरतलब है कि, बलात्कार की घटना गुरुवार की रात हुई। इसमें पीड़िता और आरोपी दिनों कोरोना से संक्रमित होने के कारण उन्हें पनवेल के पास इंडिया बुल्स क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था। इस घटना के बाद सभी और से गुस्सा व्यक्त किया जा रहा है। 

 

प्रकाशित तारीख : 2020-07-18 18:35:46

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