शोध बताते हैं कि प्रतिदिन 4-5 बार थोड़ा- थोड़ा भोजन करने वाले अपनी भूख पर बेहतर नियंत्रण रख पाते हैं। उनका वजन भी कंट्रोल में रहता है इसलिए प्रतिदिन ली जाने वाली अपनी कुल कैलोरी को 4-5 भागों में बांट लें और उसी आधार पर भोजन करें।
आवश्यक और उपयोगी टिप्स -
* प्रत्येक डाइट में प्रोटीन को जरूर शामिल करें। दाल, सोयाबीन, पनीर, अंडा, दूध, दही, नट्स, चिकन में प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। बच्चों के हर खाने में इसे बदल-बदलकर शामिल करे। यह उनके शरीर में होने वाली रचनात्मक क्रियाओं के लिए बेहद जरूरी है।
* पूरी फैमिली एकसाथ बैठकर सादा खाना खाती है, अच्छी बात है। लेकिन इसमें थोड़ा-सा मसाला डालकर इसे जायकेदार बनाएं। स्वादवाला खाना खाकर लोग अधिक संतुष्टि का अनुभव करते हैं और खुश रहते हैं।
* पैक्ड फिश की शौकीन हैं, तो वाटर पैक्ट टूना मछली खाएं। ऑइल पैक्ड टूना मछली में काफी कैलोरी होती है। ऐसा करने से आप एक-तिहाई कैलोरी कम लेंगी।
* कृत्रिम स्वीटनर से तैयार मीठी चीजों को खाने की आदत पर लगाम लगाएं। डाइट सोडा ड्रिंक में न्यूट्रीशन के नाम पर कुछ भी नहीं होता है। यहां तक कि कृत्रिम शुगर से बनी कॉफी से भी दूर रहना बेहतर है।
* अकसर बच्चों की प्लेट में बचे खाने को मम्मियां पेट भरा होने के बावजूद खा लेती हैं, लेकिन अनजाने में किया गया यह गुनाह धीरे-धीरे आपके वजन को बढ़ाता जाता है।
* एक ही दिन में लंच और डिनर बाहर करने का प्रोग्राम नहीं बनाएं। एक दिन में 2 हेवी फूड मोटापे का कारण बनेंगे। जिस दिन लंच हेवी हो, उस दिन डिनर लाइट लें। जिस दिन डिनर हेवी हो, उस दिन लंच लाइट लें।
* गर्भवती महिलाएं पैक्ड फूड ना खाएं, वरना बेबी ओवरवेट होगा। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फिश, अखरोट, मगज खाएं। बेबी का दिमाग, आंखें, नर्वस सिस्टम विकसित होंगे।
* हमेशा कुछ फैट फ्री स्नैक्स साथ में रखें। लंच और डिनर के बीच के समय में इसे थोड़ा-थोड़ा ले सकती हैं।