India-China Faceoff: लद्दाख में ठंड के कारण अगले महीने से बदल सकते हैं हालात

पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी (Ladakh Galwan Valley) में 15 जून की शाम जब भारतीय सेना के जवान (Indian Army) चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के हमले का जवाब दे रहे थे, तो गलवान नदी का तापमान शून्य (और कुछ स्थानों पर नीचे) के करीब था. इस हिंसक झड़प में बड़ी संख्या में दोनों तरफ के सैनिक हाइपोक्सिया का शिकार हो गए. यानी ऊंचाई के कारण उनके शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम हो गया. साथ ही चोट लगने और हाइपोथर्मिया यानी अत्यधिक ठंड की वजह से ज्यादातर जवान शहीद हुए. ऐसे में अगले महीने से यहां दोनों देशों के सैनिकों के लिए ड्यूटी करना बेहद मुश्किल होने वाला है. इस वजह से LAC पर हालात बदल सकते हैं.

भारतीय सैन्य कमांडरों के अनुसार यह जानकारी प्रासंगिक है, क्योंकि सितंबर से पूर्वी लद्दाख में मौसम में तेजी से बदलाव आता है. हिंसक झड़प में बचे लोगों ने बताया कि जब दोनों सेनाओं के बीच झड़प शुरू हुई, तब बड़ी संख्या में चीनी सैनिक ऊपर आए, लेकिन 16000 फीट पर ऑक्सीजन की कमी के कारण जल्द ही नीचे जाने लगे. जो ऑक्सीजन की कमी से बच गए वह जमी हुई गलवान नदी की चपेट में आ गए.

प्रकाशित तारीख : 2020-07-28 10:54:13

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