चीनी राजदूत का दोस्ती राग, भारत की दो टूक- LAC से पीछे हटने की प्रक्रिया पूरे करे चीन

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वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत के साथ बीते करीब तीन महीनों से जारी तनाव और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहे सवालों के बीच चीन अब भारतीय मिजाज को साधने की कोशिश में जुट गया है. चीन के राजदूत सुन वीदोंग ने कहा कि उनका देश शांतिपूर्ण विकास चाहता है और किसी भी तरह भारत के लिए खतरा नहीं है. चीन ने दोनों देशों के बीच सहकारिता और साझेदारी के मुद्दों पर ध्यान देने को लेकर जोर दिया.

इतना ही नहीं इंस्टीट्यूट ऑफ चाइना स्टडीज के कार्यक्रम में चीनी राजदूत ने कहा कि भारत और चीन एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते. दोनों देशों को एक-दूसरे की जरूरत है और वो टकराव के जाल में उलझने की बजाए अपने मतभेदों को सुलझाने में सक्षम हैं. उनका कहना था कि भारत और चीन के लिए जरूरी है कि वो अपने मतभेदों का अच्छे से प्रबंधन करें और आपस में सहयोग बढ़ाएं.

गलवान घाटी की घटना के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया

हालांकि शांति की इन सुहानी बातें के बीच सुन वीदोंग ने गलवान घाटी की घटना के लिए जहां एक बार फिर भारत को ही जिम्मेदार ठहराया. वहीं एलएसी के इस इलाके में भारतीय सैन्य ढांचागत निर्माण को विवाद की वजह बताया. वहीं चीनी राजदूत ने गलवान घाटी की घटना में मारे गए चीनी सैनिकों की संख्या बताने से भी यह कहते हुए इनकार कर दिया कि ऐसा करने से फिलहाल चल रही स्थिति संभालने की कोशिशें प्रभावित होंगी.

प्रकाशित तारीख : 2020-07-31 10:38:27

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