पाकिस्तान ने पहली बार कबूला ‘यहीं है दाऊद इब्राहिम’

पाकिस्तान (Pakistan) ने पहली बार काबुल किया है कि भारत का मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान (Dawood Ibrahim) में ही मौजूद है। अब तक पाकिस्तान ये कहता आया है कि दाऊद पाकिस्तान में मौजूद नहीं है और हमेशा से ही दाऊद के मुद्दे पर भारत से झूठ बोलता आया है। लेकिन हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार ने 88 प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और हाफिज सईद (Hafeez Saeed), मसूद अज़हर (Masood Azhar) और दाऊद इब्राहिम  समेत उनके आकाओं पर कड़े वित्तीय प्रतिबंध लगाने का एलान किया है जिसके बाद ये साबित हो गया है कि दाऊद पाकिस्तान में मौजूद है।

ख़बर है की दाऊद पाकिस्तान के कराची में मौजूद ‘वाइट हाउस’ नाम के आलिशान विला में रहता है। जिस इलाके में दाऊद का वाइट हाउस है वो एरिया पाकिस्तान के है सिक्युरिटी ज़ोन में आता है। यानी कि पाकिस्तान ने सिर्फ दाऊद को पनाह ही नहीं दी है और बल्कि उसे पूरी तरह से सुरक्षा की गैरंटी भी दे रखी है। कराची में पाकिस्तान आर्मी और आईएसआई उसकी सुरक्षा में तैनात है।

दाऊद के पास दर्जनों पासपोर्ट मौजूद हैं 

भारत से लेकर पाकिस्तान तक में जारी किए गए दाऊद के पासपोर्ट का जिक्र भी किया गया है। बताया गया है कि 1985 में बॉम्बे में जारी किए गए पासपोर्ट को भारत सरकार ने रद्द कर दिया था। इसके अलावा बॉम्बे में 1975, 1978, 1979, 1981, 1983, 1985, दुबई में 1985, जेद्दाह में 1989 , रावलपिंडी में 1991 और 2001, 1996 में कराची में दाऊद पासपोर्ट जारी किए गए।  

ये है दाऊद के पाकिस्तान में ठिकाने 

पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक, दाऊद इब्राहिम का पता पाकिस्तान के कराची में “व्हाइट हाउस, नियर सऊदी मस्जिद, क्लिफ्टन” है। दाऊद के दूसरे घरों के अड्रेस हैं “हाउस नंबर 37 – 30वीं स्ट्रीट डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी, कराची और पैलेटियल बंगला, नूराबाद कराची।    

भारत पाकिस्तान से लागातर दाऊद को सौंपने की मांग करता रहा है 

भारत के पास लंबे समय से इस बात का सबूत है कि दाऊद इब्राहिम, जो लगभग तीन दशकों से फरार है, पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर और वित्तीय राजधानी में रह रहा है। हालांकि पाकिस्तान ने अमेरिका में हुए 9/11 हमले के आरोपी, आतंकी ओसामा बिन लादेन के अपने देश में मौजूद होने से तब तक इंकार किया था जब तक अमेरिका ने पाकिस्तान में उसे उसके ही घर में मार नहीं गिराया था। वर्ष 2003 में अमेरिका ने दाऊद को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था। भारत पाकिस्तान से लागातर दाऊद को सौंपने की मांग करता रहा है ।

मास्टरमाइंड और मनी लॉन्ड्रिंग 

मुंबई में 1993 में हुए 13 बम धमाकों से न सिर्फ देश बल्कि पूरी दुनिया हिल गई थी। इस आतंकी घटना में 350 लोगों की मौत हुई थी और 1200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। दाऊद इब्राहीम 1993 मुंबई बम विस्फोटों के बाद भारत के लिए सबसे ग्लोबल और वांछित आतंकवादी बन कर उभरा है। मुंबई धमाकों के अलावा 59 वर्षीय डॉन पर अन्य आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड होने और मनी लॉन्ड्रिंग के साथ जबरन वसूली के कई आरोप लगे हैं। दाऊद पर अलकायदा और लश्कर-ए-तैयबा सहित आतंकी समूहों के वित्तपोषण के भी आरोप हैं।  

दाऊद की हैं कई देशों में प्रॉपर्टी और इन्वेस्टमेंट 

यूरोप में अमेरिका तक काले धंधे का व्यापार करने वाले दाऊद की कई संपत्तियों ब्रिटेन में भी होने का दावा किया जाता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्रिटेन की एसेक्स और केंट जैसी काउंटीज में संपत्ति का दावा किया जाता है। ब्रिटेन के अलावा दाऊद की कई संपत्तियां संयुक्त अरब अमीरात, स्पेन, मोरक्को, तुर्की, साइप्रस और ऑस्ट्रेलिया में बताई जाती हैं। 

नाम बदलता रहा है डॉन 

खबर के अनुसार, दस्तावेज में बताया है कि शेख दाऊद इब्राहिम कासकर का जन्म भारत के महाराष्ट्र में रत्नागिरी के खेर में 26 दिसंबर, 1955 को शेख इब्राहिम अली कासकर के घर में हुआ था। उसकी नागरिकता भी भारतीय बताई गई है। साथ ही उसके सभी नामों जैसे दाऊद हसन, अद्बुल हमीन अब्दुल आजीज, दाऊद साबरी, दाऊद भाई, हाजी भाई, बड़ा भाई, आदि का जिक्र भी किया गया है। 

ऐसे कैसा शिकंजा 

पाकिस्तानी समाचार पत्र ‘द न्यूज’ की खबर के अनुसार पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा जारी नई सूची के अनुपालन में आतंकवादी समूहों के 88 आकाओं और सदस्यों पर प्रतिबंध लगाए हैं और इस में दाऊद का भी नाम मौजूद है।   खबर के अनुसार इन आतंकी संगठनों और उनके आकाओं सहित दाऊद की भी सभी संपत्तियों को जब्त करने और बैंक खातों को सील करने के आदेश दिए गए हैं। दरअसल पेरिस स्थित एफएटीएफ (FATF) ने जून, 2018 में पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट’ में डाला था और इस्लामाबाद को 2019 के अंत तक कार्ययोजना लागू करने को कहा था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण समय सीमा बढ़ा दी गई थी। सरकार ने 18 अगस्त को दो अधिसूचनाएं जारी करते हुए 26/11 मुंबई हमले के साजिशकर्ता और जमात-उद-दावा के सरगना सईद, जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख अजहर और अंडरवर्ल्ड डॉन इब्राहीम पर प्रतिबंधों की घोषणा की है।  

प्रकाशित तारीख : 2020-08-23 12:56:31

प्रतिकृया दिनुहोस्