भारतीय सेना: चीन ने की फायरिंग, हमने संयम रखा

भारत-चीन(India-China) का सीमा तनाव अपने चरम पर है। जहाँ कल एक तरफ चीन (China) ने लद्दाख (Laddakh) में LAC का उल्लंघन करते हुए फायरिंग की जिसके जवाब में भारत (India) ने भी फायरिंग की। वहीं इस बात का दोष भी उसने भारत के सर पर कर दिया। अब इसी मुद्दे पर भारतीय सेना की ओर से पूरी घटना पर प्रेस विज्ञप्ति जारी की गयी है। इसमें भारत ने साफ़ कहा है कि भारत, LAC पर तनाव कम करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहा है और रहेगा।लेकिन चीन लगातार सीमा पर अवैध रूप से आगे बढ़ने के लिए आक्रामक और उत्तेजक गतिविधियां में संलग्न है।

एक बयान में, भारतीय सेना ने कहा कि यह पीएलए है जो समझौतों का खुलेआम उल्लंघन कर रही है और आक्रामक युक्तियां अपना रही है जबकि सैन्य, कूटनीतिक एवं राजनीतिक स्तर पर बातचीत जारी है। सेना ने कहा, “सात सितंबर के ताजा मामले में, पीएलए के सैनिकों ने एलएसी के पास हमारे एक अग्रिम ठिकाने तक आने की कोशिश की और जब हमारे सैनिकों ने उन्हें रोका तो उन्होंने भारतीय सैनिकों को डराने के प्रयास में हवा में कुछ राउंड गोलियां चलाईं।”

      In the instant case on 07 September, it was China’s PLA troops who were attempting to close-in with one of our forward positions along the LAC & when dissuaded by own troops, PLA troops fired a few rounds in the air in an attempt to intimidate own troops: Indian Army https://t.co/OtW4YgPKwJ

— ANI (@ANI) September 8, 2020

उसने कहा कि गंभीर उकसावे के बावजूद, भारतीय सैनिकों ने अत्यंत संयम बरता और परिपक्व एवं जिम्मेदार तरीके से व्यवहार किया। सेना ने कहा, ‘‘भारतीय सेना ने कभी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पार नहीं की या गोलीबारी समेत किसी आक्रामक तरीके का इस्तेमाल नहीं किया।” सेना ने पीएलए के ‘वेस्टर्न थियेटर कमांड’ के बयान को उनके अपने लोगों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने की कोशिश करार दी। सेना ने कहा, “भारतीय सेना शांति एवं सौहार्द्र बरकरार रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं बहरहाल, वह राष्ट्रीय संप्रभुता एवं अखंडता की हर कीमत पर सुरक्षा के लिए भी दृढ़ संकल्पित हैं।”

पीएलए के वेस्टर्न थियेटर कमांड के प्रवक्ता, वरिष्ठ कर्नल झांग शुइली ने एक बयान में आरोप लगाया कि भारतीय सैनिकों ने अवैध रूप से एलएसी पार की और बात करने के इच्छुक चीनी सीमा पर गश्त रहे सैनिकों पर खराब ढंग से चेतावनी देने के लहजे में गोलियां चलाईं। उन्होंने इस बारे में विस्तार से कोई जानकारी दिए बिना कहा कि चीनी सैनिकों को स्थिति को स्थिर करने के लिए मजबूरन जवाबी कदम उठाने पड़े। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय सैनिकों ने पेगोंग झील के दक्षिणी किनारे के पार शेनपाओ पर्वतीय क्षेत्र में चीन-भारत सीमा के पश्चिमी भाग पर एलएसी पार की। 

वहीं चीन से लग रहे आरोपों पर  भारतीय सेना ने अपनी तरफ से कहा कि किसी भी स्तर पर भारतीय सेना ने LAC को कभी पार नहीं किया है और फायरिंग सहित कभी किसी भी अन्य आक्रामकता का इस्तेमाल नहीं किया है। लेकिन दूसरी तरफ चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत के बीच भी लगातार समझौते का उल्लंघन कर रहा है और आक्रमक युद्धाभ्यास में भी जुटा है।

बता दें कि बीते सोमवार रात को पूर्वी  लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के सैनिकों में गोलीबारी हुई थी। चीन ने भारतीय जवानों की चौकी पर फायरिंग की थी। जिसके जवाब में भारत ने भी फायरिंग की। जिस पर चीनी सरकार के स्वामित्व वाले ग्लोबल टाइम्स (GlobalTimes) ने एक बार फिर झूठा दावा करते हुए कहा है कि है कि बीते सोमवार की रात भारतीय सेना ने पैंगोंग त्सो झील के दक्षिणी किनारे के पास वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) को पार किया था जिसके कारण गोलीबारी हुई।

वहीं यह भी प्रासंगिक है कि कि साल 1975 के बाद सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच इस तरह से पहली बार क्रॉस फायरिंग हुई है। यानी कुल 45 साल के बाद सीमा पर दोनों देशों के बीच इस प्रकार से फायरिंग हुई है।

प्रकाशित तारीख : 2020-09-08 15:42:14

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