सवाल मानवता के बचाव का है

कोरोना वायरस के आने की दहशत इतनी भीषण है कि लोग कई बार अपने परिचितों से भी बचने की बात करने लगे हैं। मुझे इस बीच चीन-भारत से कई मित्रों से लगातार बातचीत होती रही जो इस वायरस की चिंता से परेशान हैं। क्योंकि भारत और चीन के बीच आवागमन भी इस बीच हुआ है ऐसे में उन परिवारों में बड़ी आशंकाएं हैं जिनके लोग चीन से भारत आए और जो कभी भारत से चीन जाने की मजबूरी में यहाँ से गए हैं।

लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि इस बीच भारत से चीन अपने सेवा अथवा कार्य लिए लोग वापस चीन पहुँच भी रहे हैं। कारण स्पष्ट है कि जीवन चलाना है, लेकिन वायरस से निपटना भी जरूरी है। चीन से भारत पहुँचे विद्यार्थियों के दल के एक सदस्य ने मुझे बताया कि भारत में अब वापस आने के बाद वे निर्धारित हिदायतें मान रहे हैं और अपने और अपने परिवार ही नहीं पूरे समाज और देश के लिए चिंतित हैं कि वायरस का प्रभाव किसी पर न पहुंचे। सौभाग्य की बात यह है कि इस बीच चीन से भारत पहुंचे लोग स्वस्थ हैं और वह अपने दैनिक कार्यों और जिम्मेदारियों से अलग रहकर एकांतवास कर रहे हैं। ताकि उनकी कठिनाई की स्थिति में न केवल कोई और प्रभावित हो बल्कि वह स्वयं भी निर्धारित कर पाएं कि वह स्वस्थ हैं।

प्रकाशित तारीख : 2020-02-14 03:57:57

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