कोरोना से लड़ाई में सबकी भलाईः आरएन सिंह

भाजपा विधायक एवं उत्तर भारतीय संघ, मुंबई के अध्यक्ष और ‘हमारा महानगर’ के संपादक श्री आरएन सिंह ने उद्यमी, समाजसेवी और राजनेता के रूप में अपनी राष्ट्रव्यापी पहचान बनाई है। आज उनका 73वां जन्म दिवस है। आज भी वे पूरे जोशो-खरोश के साथ अपनी जिम्मेदारियों का बड़ी ही कुशलतापूर्वक निर्वाह कर रहे हैं। उनका मेहनतकश, संवेदनशील और सेवाभावी व्यक्तित्व, प्रबंधकीय कौशल, समय निष्ठा, अनुशासन प्रियता और संयमित जीवन 'बॉम्बे इंटेलिजेंस सिक्यूरिटी' इंडिया लिमिटेड, उत्तर भारतीय संघ के सदस्यों, पदाधिकारियों, ‘हमारा महानगर’ परिवार और उनके नेतृत्व में मुंबई से गोरखपुर तक चल रहे कई शिक्षण संस्थानों और अन्य उपक्रमों के प्रेरणा स्त्रोत और मार्गदर्शक है। उनके जन्म दिवस और नए वर्ष की पूर्व संध्या पर ‘हमारा महानगर’ ने उनसे कई मुद्दों पर बातचीत की। प्रस्तुत है उसके प्रमुख अंश :-

 

देश और दुनिया में नए वर्ष का स्वागत हो रहा है, गत वर्ष को आप किस तरह देखते हैं?

गत वर्ष यानि 2020 देश और दुनिया के लिए काफी चुनौती भरा रहा। कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया की जीवनशैली बदल दी। पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था इससे प्रभावित हुई है। सीमा पर चीन से तनातनी ने हमारी परेशानी को और बढ़ाया। एक समय ऐसा भी आया जब चीन के साथ हमेशा हमारे खिलाफ सक्रिय पाकिस्तान के साथ नेपाल भी सुर में सुर मिला रहा था, लेनि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में हम इन सब मुसीबतों से निकलने में कामयाब रहे। चाहे कोरोना से मुकाबला हो या चीन-पाकिस्तान को उनकी औकात दिखानी हो, हर मोर्चे पर नरेंद्र मोदी सरकार का परचम लहरा रहा है। आज नेपाल फिर संबंधों की प्रगाढ़ता के पुराने मार्ग पर आ रहा है। पाकिस्तान को हमारी सर्जिकल स्ट्राइक के स्वप्न आ रहे हैं, वहीं कोरोना भी देश में दम तोड़ रहा है। हमारे यहां संक्रमितों के ठीक होने का आंकड़ा अधिक है और मृत्युदर दुनिया भर के मुकाबले काफी कम है। यह सब केंद्र सरकार के कुशल प्रबंधन का परिणाम है कि आज देश का सामरिक और कूटनीतिक रूप से दुनिया में डंका बज रहा है। लोग हमारी अोर आशा से देख रहे हैं। चीन भी अलग-थलग पड़ गया है, उसे बाहर निकलने का रास्ता नहीं दिख रहा है। कोरोना काल में भी देश की हालत उत्तरोत्तर सुधार पर है।

देश और राज्य में सरकारों ने जिस तरह से महामारी का मुकाबला किया, क्या वह संतोषजनक है?

केंद्र सरकार ने समय पर लॉकडाउन का फैसला करके देश की जनता को महामारी की चपेट में आने से काफी हद तक बचा लिया। जीवन के लिए आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित कर, हर तरह से वे सभी कदम उठाये, जिससे लोग महामारी की चपेट में कम से कम आये। उसी का प्रतिफल है कि आज जहां दुनिया के बड़े-बड़े विकसित देश, दोबारा लॉकडाउन लगा रहे हैं, वहीं भारत में रोज मरीजों की संख्या कम हो रही है। रही बात महाराष्ट्र की तो यहां भी काम अच्छा हुआ है, लेनि तीन दलों की तिकड़ी सरकार में वैसा काम नहीं हुआ जैसा होना चाहिए था, क्योंिक सब अपनी-अपनी अोर खींचते हैं। राज्य में और अच्छा काम हो सकता था, जिस तरह का काम उत्तर प्रदेश में योगी सरकार का दिख रहा है, वैसा काम मुंबई या महाराष्ट्र में नहीं नजर आ रहा है।

आप उत्तर भारतीय संघ, मुंबई के अध्यक्ष हैं, इसको लेकर कोई भावी योजना? 

उत्तर भारतीय संघ को लेकर जो मेरा सपना था, बांद्रा में शानदार भवन बन गया है, विशाल वातानुकूलित हाल और महाविद्यालय बहुत पहले बन गया है। पुस्तकालय बन गया है, अतिथिगृह और भोजनालय का सब काम पूरा हो गया है। संघ का असल्फा में हिंदी बाल विद्या मंिदर वर्षों से चल रहा है। कोरोना का समय है एक बार कोरोना नियंत्रित हो जाए,उसके बाद संघ कार्यकारिणी और पदाधिकारियों के साथ बैठकर आगे की कार्ययोजना तय करेंगे और उस पर अमल किया जाएगा। 

किसान आंदोलन को लेकर आपकी क्या राय है?  

हमारी केंद्र सरकार और स्वयं प्रधानमंत्री बार-बार यह कह रहे हैं कि ये कानून किसानों के हित में है, जितना काम हमारी सरकार के कार्यकाल में किसानों का जीवन स्तर सुधारने के लिए किया गया उतना िकसी भी सरकार में नहीं हुआ। प्रयास जारी है कि किसान इस बात को समझेंगे, बातचीत शुरू है और इसका समाधान होगा, किसानों को भी यह एहसास होगा िक विपक्ष उन्हें बरगला रहा है, उनका शुभचिंतक नहीं है अपनी राजनीति कर रहा है।

नव वर्ष का स्वागत कैसे हो?

अभी महामारी का समय है, इस कालखंड में हमने सभी त्योहार अनुशासित तरीके से मनाया और कोरोना से बचने के मानकों का पालन किया, उसी का परिणाम है कि कोरोना दम तोड़ रहा है। नववर्ष का स्वागत करते हुए भी भीड़ न करें, मास्क पहनें और समय-समय पर हाथ धोते रहें। सरकार द्वारा बनाए गये नियमों का सख्ती से पालन करें और कोरोना को हराएं। नववर्ष की बधाई  फ़ोन, सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से दें। यह सबसे बड़ी देश सेवा होगी कि ना हम कोरोना फैलाएं और ना उसके  शिकार बनें।

नववर्ष पर कोई विशेष संकल्प?  

सबसे बड़ा संकल्प यही है कि कोरोना से बचें। इस दृष्टि से हर कार्य करें। साथ ही ईश्वर से प्रार्थना करें कि देश जल्द से जल्द कोरोना से मुक्त हो, जिससे देश की अर्थव्यवस्था तेज गति से आगे बढे और देश का पांच ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था बनने का मार्ग आसान हो। 

प्रकाशित तारीख : 2021-01-01 08:13:00

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