बिहार: लक्ष्य से पिछड़ने के बाद भी नितीश सरकार ने धान खरीद की समय सीमा घटाई, किसानों को हर क्विंटल पर 500-600 रुपए का घाटा

गाँव कनेक्शन

नई दिल्‍ली

बिहार सहकारिता विभाग के आंकड़ों के अनुसार 8 जनवरी तक कुल 9,92,230.088 मीट्रिक टन ही धान की खरीद हो पाई जो तय लक्ष्य (45 लाख मीट्रिक टन) का लगभग 22% है।

अभी तक महज 1,30,877 किसानों से ही धान की खरीद हुई है जबकि ऑनलाइन पांच लाख से ज्यादा किसानों ने आवेदन किया है। बिहार सरकार की नयी अधिसूचना के अनुसार प्रदेश में प्राइमरी एग्रीकल्चरल क्रेडिट सोसाइटी (पैक्स) और व्यापार मंडल अब 31 जनवरी तक ही सरकारी रेट पर धान की खरीद करेंगे, जबकि पहले 31 मार्च तक धान खरीदा जाना था। प्रदेश में 15 नवंबर से धान की खरीद 6,491 पैक्स व व्यापार मंडलों द्वारा किया जा रहा। गया जिले के किसान कुंदन कुमार के पास अभी भी लगभग 100 क्विंटल धान रखा है।

वे दो बार मंडी गये लेकिन उन्हें यह कहकर लौटा दिया गया कि अभी धान में नमी ज्यादा है। कई बार खुले बाजार में भी धान बेचना चाहा लेकिन सही कीमत नहीं मिली। वे सही कीमत और धान की नमी कम होने का इंतजार ही कर रहे थे कि उन्हें सरकार के नये आदेश की जानकारी मिली। अब वे किसी भी कीमत पर उपज बेचने को तैयार हैं।

बिहार के जिला गया, प्रखंड खिजरासराय के गांव इस्मालपुर के कुंदन ने 10 बीघा खेत (लगभग 6 एकड़) में धान लगाया था। वे बताते हैं, "इस साल बहुत अच्छी बारिश हुई। खूब धान पैदा हुआ, नहीं तो 100 क्विंटल तो जल्दी पैदा ही नहीं होता था। पैदावार ज्यादा देखकर खुशी तो हुई लेकिन कीमत न मिलने की वजह से दुख भी है। दो बार पैक्स गया लेकिन उन्होंने नमी ज्यादा बताकर धान लौटा दिया। यहां बाहर के व्यापारी 1,200, 1,250 रुपए क्विंटल में धान मांग रहे हैं।"

प्रकाशित तारीख : 2021-01-10 20:20:00

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