14 जनवरी के बाद टूट जाएगी आरजेडी

बिहार में सर्दी के मौसम में सियासत की गर्मी की वजह से नेताओं के पसीने छूट रहे हैं। दरअसल बिहार में चुनाव तो हो गए, एनडीए की सरकार भी बन गई लेकिन बिहार की राजनीति में शह मात का खेल आज भी जारी है। एक तरफ जहां महागठबंधन के नेताओं के बीच आपसी सामंजस्य का अभाव दिख रहा है। वहीं, दूसरी ओर कई दुश्वारियों के बावजूद एनडीए के घटक दलों के नेता एक सुर में महागठबंधन पर हमला बोल रहे हैं।

भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सांसद और बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने राष्ट्रीय जनता दल को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। भूपेंद्र यादव का कहना है कि आरजेडी के विधायक लगातार दूसरे दलों में शामिल हो रहे हैं। आरजेडी के नेतृत्व में अगर ताकत है तो उन्हें रोक कर दिखाएं। बीजेपी प्रभारी ने यह भी कहा कि खरमास के बाद यानी 14 जनवरी के बाद आरजेडी के कई विधायक टूट कर एनडीए में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि बिहार भाजपा प्रभारी ने ये बात पटना भाजपा महानगर के कार्यसमिति को संबोधित करते हुए कहा था। अपने संबोधन में भूपेंद्र यादव ने आरजेडी को यह भी चुनौती दी थी कि अगर उनके नेतृत्व में क्षमता है तो वह अपने विधायकों को दूसरे दलों में जाने से रोक कर दिखाएं।

भूपेंद्र यादव जब चाहेंगे टूट जाएगी आरजेडी : ललन सिंह

भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव के बयान का समर्थन जदयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह ने भी किया है। ललन सिंह ने तो यहां तक कह दिया कि, भूपेंद्र यादव जिस दिन चाह लेंगे उस दिन आरजेडी का विलय किसी भी दल में हो जाएगा। बता दें कि चुनाव के पहले भी ललन सिंह ने कहा था कि जेडीयू अगर अपना बैरियर खोल दे तो आरजेडी का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा।

आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने किया पलटवार

बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव द्वारा आरजेडी के टूटने की बात कहे जाने के बाद आरजेडी की ओर से शिवानंद तिवारी ने मोर्चा संभाला है। आरजेडी नेता ने कहा कि बीजेपी के नेताओं में इतनी हैसियत नहीं है कि वह आरजेडी के विधायकों को तोड़ सके। शिवानंद तिवारी ने भी भूपेंद्र यादव को चुनौती दी है कि अगर हिम्मत है तो वह आरजेडी के विधायकों को तोड़कर दिखाएं। आरजेडी नेता ने कहा कि एनडीए के भीतर चल रही कलह को दबाने के लिए ही बीजेपी के नेता ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं। शिवानंद तिवारी ने यह भी दावा किया कि बिहार में नीतीश के नेतृत्व में चल रही एनडीए की सरकार कब तक चलेगी या भूपेंद्र यादव को भी नहीं मालूम।

प्रकाशित तारीख : 2021-01-12 08:06:00

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