चुनाव आयोग को धमकाने लगी टीएमसी

पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के मतदान के बाद तृणमूल कांग्रेस ने केंद्रीय बलों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सत्ताधारी टीएमसी ने केंद्रीय बलों पर हिंसा का आरोप जड़ दिया है। साथ ही चुनाव आयोग को आंदोलन की भी धमकी दी है। पार्टी का कहना है कि चुनाव आयोग और सेंट्रल फोर्सेज हिंसा की घटनाओं को नियंत्रित करने में नाकाम हैं।

टीएमसी के सांसद सौगत रॉय ने शुक्रवार को कहा, ''हम पश्चिम बंगाल के लोगों पर केंद्रीय बलों की ओर से की गई हिंसा की आलोचना करते हैं। यदि चुनाव आयोग स्थिति को नहीं संभाल सकता है तो हमें आंदोलन शुरू करना होगा।' टीएमसी सांसद सौगत राय ने भाजपा पर फेक न्यूज फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, ''भाजपा ऐसे फेक न्यूज फैलाती है। अभी वे कह रहे हैं कि ममता बनर्जी किसी और सीट से भी चुनाव लड़ेंगी, तब वे कहते हैं कि वह नंदीग्राम से हार जाएंगी। वे यह भी कहते हैं कि प्रशांत किशोर टीएमसी छोड़ रहे हैं। ये सब झूठ है।''

पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा और राज्य के मंत्री सुब्रत मुखर्जी की अगुवाई में पार्टी के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की और कुछ मतदान केंद्रों में केंद्रीय पुलिस बलों द्वारा कथित तौर पर भाजपा के पक्ष में भेदभाव किए जाने की शिकायत की।

सिन्हा ने मुख्य चुनाव अधिकारी आरिज आफताब से मुलाकात के बाद संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली से निर्देश दे कर चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे हैं। 

उन्होंने कहा,'' हमने चुनाव आयोग को बताया कि विधानसभा चुनाव के पहले दो चरण में कई बूथों पर केंद्रीय बलों की भूमिका भेदभाव पूर्ण रही है। 

भाजपा द्वारा हमारी पार्टी के सहयोगियों पर हमले की और हिंसा की घटनाएं हुईं हैं। हमने चुनाव आयोग से कहा कि वे इस बात का संज्ञान लें कि आगे के छह चरण में इस प्रकार की घटनाएं फिर से न हों।''

 

प्रकाशित तारीख : 2021-04-03 07:03:00

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