लोकसभा चुनाव से पहले पूरा होगा राम मंदिर का निर्माण

उत्तर प्रदेश के अयोध्या धाम में राम मंदिर निर्माण का काम 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। साल 2024 में लोकसभा के चुनाव भी होने हैं। फिलहाल, मंदिर के नींव की भराई का काम तेजी से चल रहा है। इसकी जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी है। उन्होंने बताया कि राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण में तीन तरह के अलग-अलग पत्थरों का प्रयोग किया जाएगा। इसमें प्लिंथ का निर्माण मिर्जापुर के चार लाख क्यूबिक पत्थरों से होगा। गर्भगृह में वंशीपहाड़पुर के लाल पत्थर का उपयोग किया जाएगा। 

उन्होंने कहा कि देश में पत्थरों की कई खदानें हैं, जहां विभिन्न प्रकार के क्वॉलिटी वाले पत्थर हैं। ऐसी खदानों से संपर्क किया जा रहा है। मंदिर परिसर के पांच एकड़ में परकोटा के निर्माण के लिए पत्थरों पर मंथन किया जा रहा है। चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर निर्माण में तीन अलग-अलग तरीकों के पत्थर का प्रयोग होगा। मंदिर का बेस प्लिंथ, शिखर सहित मंदिर और परकोटे तीनों में अलग-अलग पत्थरों का प्रयोग होगा। इसमे मंदिर के बेस प्लिंथ चार लाख क्यूबिक मिर्जापुर के पत्थरों से निर्मित होगा और मंदिर निर्माण राजस्थान के बंशीपहाड़पुर के पत्थर का प्रयोग किया जाएगा। वहीं मंदिर की सुरक्षा के लिए पांच एकड़ भूमि पर परकोटे के निर्माण के लिए पत्थरों पर मंथन किया जा रहा है। महासचिव चंपत राय ने बताया कि साल 2024 तक राम जन्मभूमि बनाने का लक्ष्य है। अभी राम मंदिर की नींव में छह लेयर बनकर तैयार हैं। 24 घंटे-दो शिफ्ट में जन्मभूमि निर्माण का कार्य चल रहा है। राम भक्तों को जन्मभूमि बनते देखने का अभी सही वक्त नहीं है अभी इंतजार करें। साथ ही उहोंने राम मंदिर में श्रमदान करने की इच्छा रखने वाले भक्तों से अपील की कि अपने गांव मोहल्ले में अच्छा काम करें। यही उनका श्रमदान माना जाएगा।

 

प्रकाशित तारीख : 2021-06-13 08:13:00

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