रासलीला के दूसरे प्रहर में पूतना वध व गोपी चीरहरण का हुआ सजीव मंचन

बुढेंश्वर महादेव मुसाफा में चल रही रूद्र महायज्ञ व रासलीला के तृतीय दिवस पर यज्ञ आचार्य पंडित विवेक त्रिपाठी उनके साथ मौजूद वैदिक आचार्यों ने वेदियों के पूजन के साथ रुद्र आहुतियां दिलाई। इसी तरह रासलीला मंडली ने राम लीला में रावण कुंभकरण के जन्म की लीलाओं व रासलीला में पूतनावध, गोपी चीरहरण का मंचन किया गया।

 विकासखंड देवमई के बूढ़ेश्वर महादेव मुसाफा में चल रही रुद्र महायज्ञ व मथुरा वृंदावन की रासलीला कलाकारों द्वारा मंचन की जा रही रासलीला व राम लीला आज तीसरे दिन बडी श्रद्धा के साथ सम्पन्न हुई।

यज्ञाचार्य पंडित विवेक त्रिपाठी शास्त्री ने बताया कि रूद्र महायज्ञ का आज तृतीय दिवस है ।इस तृतीय दिवस में वेदियो का विधि विधान से आचार्य विनोद द्विवेदी ,पं. राहुल पांडेय, पं.रामेश्वर तिवारी, पं.मोहित रामसखा ने मुख्य यजमान अनिल बाजपेई व ऋषि मंडली के साथ रूद्र आहुतियां दिलाई गई। इसके पूर्व वैदिक विद्वानों द्वारा रुद्री का पाठ भी किया गया।

 सुबह भोर से ही ग्राम मुसाफा व उसके आसपास के गांव की महिलाएं बालिकाएं पुरुषों वह बच्चों ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा करनी शुरू की, जो क्रम देर रात तक चलता रहा। रुद्र महायज्ञ के बाद मथुरा वृंदावन से आई रास मंडली के कलाकारों ने लीला के प्रथम पहर में राम लीला के तहत रावण कुंभकरण के जन्म की कथा का सजीव मंचन किया। जिसका बड़ी संख्या में युवा, वृद्ध स्त्री ,पुरुष व बच्चों ने आनंद उठाया भूरि भूरि प्रशंसा की ।

रुद्र महायज्ञ व संपन्न हो रही रासलीला के संयोजन में  अनिल बाजपेई प्रकाश नारायण पांडे राजेश शुक्ला अरविंद शुक्ला आचार्य रामबली तिवारी आदि ने सहयोग किया। 

रासलीला के दूसरे प्रहर मेंचल रही वृंदावन की रासलीला  के दूसरे प्रहर में पूतना वध लीला मंचन के तहत जब आकाशवाणी होती है कि हे कंस तुझे मारने वाले ने ब्रज में जन्म ले लिया है। यह आकाशवाणी सुनकर कंस भयभीत हो जाता है और मंत्रियों को बुलाकर मंत्रणा करता है कि ब्रज क्षेत्र में जन्मे बालक का वध कैसे किया जाए।लंबी मंत्रणा के बाद पूतना को बुलाया जाता है।

पूतना अपने स्तनों पर जहर लगाकर ब्रज में जाती है और यशोदा के घर जाकर श्रीकृष्ण को दूध पिलाती है।श्रीकृष्ण दूध पीकर पूतना का वध कर देते हैं।जब कन्हैया ब्रज की गोपियां दही बेचने नगर में जाती हैं कन्हैया मार्ग का दान मांगते हैं।गोपियां देने से मना कर देती है।

चंद्रवती शखी छल करके कन्हैया से चली जाती है।बदला लेने के लिए गोपियों के कन्हैया चीर चुरा लेते हैं। गोपियां मां यशोदा से कन्हैया की शिकायत करती है कि हे मां तेरा कन्हैया बड़ा नटखट है।पूतना वध की रासलीला देखकर दर्शक भावविभोर हो उठे। पूरे पंडाल में कान्हा की जयजयकार होने लगी। सुरक्षा की दृष्टि से मुसाफा चौकी पुलिस तैनात रही।

प्रमुख रूप से अमित तिवारी, सुबोध तिवारी, शुभम अवस्थी, मोहन बाजपेई, संजय गुप्ता, बनवारीलाल, वीरेन्द्र सिंह, कृष्ण श्रीवास्तव, रवी किशोर छोटू शुक्ला, अजय तिवारी ,दीपक शुक्ला, मोहित दिक्षित, संजय तिवारी ,सोमनाथ आदि मौजूद रहे।

प्रकाशित तारीख : 2020-02-23 07:38:13

प्रतिकृया दिनुहोस्