दिल्ली में तो अरविंद केजरीवाल ही फिर से आएंगे !

दिल्ली में विधानसभा चुनाव 8 फरवरी को होने जा रहे हैं. 11 फरवरी को चुनाव के नतीजे आ जाएंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए स्पष्ट कर दिया कि एक ही दिन में पूरी दिल्ली में मतदान होगा. 14 जनवरी को अधिसूचना तथा 21 जनवरी को नामांकन की अंतिम तारीख होगी, जबकि नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 24 जनवरी रखी गई है.

दिल्ली में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं. वर्तमान में आम आदमी पार्टी की सरकार है. अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री हैं. दिल्ली भारत की राजधानी है. सभी समुदाय व वर्ग के लोग दिल्ली में निवास करते हैं. ज्यादातर बुद्धिजीवी और पढ़े लिखे लोग हैं. वह एक स्थिर सरकार चाहते हैं. इसके अलावा उन्हें एक ऐसा नेता चाहिए, जो लोगों की बुनियादी सुविधाओं को दे सके.

हालांकि भाजपा लगभग 21 सालों के बाद सत्ता में वापसी का प्रयास कर रही है, लेकिन उसका प्रयास कितना सफल होगा, यह तो मतदान के दिन ही पता चल जाएगा. अरविंद केजरीवाल ने इस बीच जनता को उलझाने का काम शुरू कर दिया है. उन्होंने पूछा है कि भाजपा में ऐसा कौन चेहरा है, जो मुख्यमंत्री बन सकता है. भाजपा चुनाव से पूर्व मुख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान करना नहीं चाहती. भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर दिल्ली का चुनाव लड़ना चाहती है. कारण स्पष्ट है कि भाजपा में आपसी खींचतान ज्यादा है.वहां मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में किसी एक व्यक्ति को प्रोजेक्ट नहीं किया जा सकता. इसका लाभ आम आदमी पार्टी उठा रही है.

इसके अलावा अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की महिलाओं को डीटीसी की बसों में फ्री यात्रा सेवा के अलावा बोर्ड की परीक्षा दे रहे बच्चों की फीस उठाने से लेकर बिजली, पानी आदि विभिन्न मुद्दों पर जनता को आकर्षित किया है. दिल्ली का मतदाता एक स्थिर सरकार तो चाहता ही है, वह ऐसी सरकार चाहता है जो दिल्ली के लोगों की समस्याओं का समाधान कर सके. हालांकि अरविंद केजरीवाल इस मोर्चे पर पूरी तरह पास नहीं है, फिर भी स्थिर सरकार के नाम पर दिल्ली विधानसभा चुनाव की जंग जीत जाएं तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी. हालांकि अभी से कुछ कहना उचित नहीं होगा…

प्रकाशित तारीख : 2020-01-08 05:42:11

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