संघ नेता ने की लखीमपुर हिंसा की निंदा: विपक्ष पर घृणा और नफरत का माहौल बनाने का लगाया आरोप

File Photo
File Photo

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने लखीमपुर हिंसा की निंदा की है। साथ ही देश में नफरत और हिंसा का वातावरण बनाने का आरोप लगाते हुए विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए जांच आयोग बनाने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार को बधाई दी है।

संघ नेता ने कहा कि कुछ विरोधी नेता और दल घृणा का वातावरण बना रहे हैं। लखीमपुर में जो कुछ हुआ वह निंदनीय है। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कभी देशव्यापी आंदोलन नहीं रहा। उन्होंने कहा, यह आंदोलन विपक्षी दलों की राजनीति और चरमपंथियों का शिकार हो गया है। किसानों ने बार-बार भारत बंद बुलाया, लेकिन हर बार वह नाकाम रहा।

आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारणी समिति के सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा, ‘कुछ विपक्षी दल और नेता देश में घृणा एवं हिंसा का माहौल पैदा कर रहे हैं। लखीमपुर खीरी की घटना निंदनीय है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं इस मामले की जांच के लिए समिति गठित करने पर राज्य सरकार को बधाई देता हूं ताकि घटना के दोषियों को दंडित किया जा सके और पीड़ितों को न्याय मिल सके।’

कुमार ने आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी के नेता किसान आंदोलन को ताक पर रख, देश के माहौल को 'खराब' कर रहे हैं। कुमार ने कहा कि केंद्र ने किसानों के लिए दरवाजे खुले रखे हैं, प्रदर्शनकारियों से अपील है कि वे आगे आएं और मुद्दों के जल्द समाधान के लिए सरकार से बातचीत करें।

उन्होंने कहा कि 'किसानों को उन बिंदुओं की एक सूची बनानी चाहिए जिन पर वे सहमत हो सकते हैं। यदि वे कृषि कानूनों में आमूल परिवर्तन चाहते हैं, तो उन्हें चर्चा के लिए कानून के एक नए प्रारूप के साथ आना चाहिए ताकि इस समस्या का शीघ्र समाधान किया जा सके।' उन्होंने आंदोलन का नेतृत्व करने वालों से किसानों और देश के हित में सोचने का आग्रह किया।

आरएसएस नेता ने कश्मीर में नागरिकों के मारे जाने की हालिया घटनाओं की भी निंदा की और कहा कि उन्हें विश्वास है कि सरकार इन घटनाओं में शामिल अपराधियों से सख्ती से निपटेगी। इंद्रेश कुमार ने गुजरात के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी के प्रशासनिक भूमिका के 20 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए यह बात कही।

प्रकाशित तारीख : 2021-10-08 06:41:00

प्रतिकृया दिनुहोस्