विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- हिंद प्रशांत क्षेत्र जीवन की वास्तविकता, इसे नकार नहीं सकते

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हिंद प्रशांत क्षेत्र को जीवन की वास्तविकता बताते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा इसे नकारा नहीं जा सकता। हिंद प्रशांत क्षेत्रीय वार्ता सम्मेलन में जयशंकर ने कहा, जैसे जैसे वैश्वीकरण का विस्तार होगा और यह अधिक विविधतापूर्ण होगा इससे एक दूसरे पर निर्भरता बढ़ेगी। साथ ही इससे जुड़े व्यापक प्रभाव को बढ़ावा मिलेगा। हिंद प्रशांत क्षेत्र यही अभिव्यक्त करता है। 

विदेश मंत्री ने कहा, हिंद-प्रशांत क्षेत्र ‘जीवन की वास्तविकता’ है और इसलिये एकरूपता का प्रश्न वास्तविकता से अधिक अनुभूति है। यहां तक जिनकी जाहिर तौर पर आपत्तियां हैं, वे भी ऐसे व्यवहार एवं काम करते हैं जो हिंद-प्रशांत को सत्यापित करते हैं। आप सभी जानते हैं कि यह सत्यापन इसकी निर्बाधता और अंतर प्रवेश से जुड़ा है।

जयशंकर ने कहा, यह भी सच है कि राजनीति ने कदाचित इसे स्वीकार करने में कुछ अनिच्छा की स्थिति भी पैदा की है। लेकिन इसका जवाब शायद सोच में है और संभवत: उनकी असुरक्षा है। जयशंकर ने कहा, अगर कोई शीत युद्ध के विचार में उतर कर देखे और उसका लाभ लें तब यह आसानी से स्वीकार नहीं किया जा सकता है कि दूसरे दुनिया को काफी अलग तरीके से देखेंगे। खासतौर पर अगर उद्देश्य साझी अच्छाई को हासिल करने की व्यापक, अधिक सहयोगी तथा अधिक लोकतांत्रिक पहल का हो।

 

प्रकाशित तारीख : 2021-10-28 08:11:00

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