`छत्रपति शिवाजी महाराज की भाषा है मराठी’ – मुख्यमंत्री ठाकरे

मराठी भाषा छत्रपति शिवाजी महाराज की भाषा है। यह वह भाषा है, जो यह बताती है कि राज्य को कैसे संचालित किया जाना चाहिए। संत ज्ञानेश्वर ने इस भाषा में जीवन का सार प्रस्तुत किया है।

शक्ति और भक्ति की भाषा रही मराठी के लिए यह सख्ती का समय किसकी वजह से आया। इस पर विचार करना होगा। यह बात कल विधानपरिषद में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कही। राज्य के स्कूलों में मराठी भाषा को अनिवार्य करने के लिए विधेयक पेश किया गया था। इस विधेयक पर उद्धव ठाकरे ने उक्त बातें कहीं।

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि संत ज्ञानेश्वर महाराज ने कहा है कि मराठी अमृत से अधिक मीठी है इसलिए मराठी पढ़ना अनिवार्य करना पड़ा, हम छात्रों के बीच मराठी भाषा में मिठास क्यों नहीं पैदा कर पाए? इसलिए कानून बनाना पड़ा। मराठी भाषा को सबूत मांगनेवालों पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमसे सबूत मांगनेवालों को यह जानना चाहिए कि यह छत्रपति शिवाजी महाराज की भाषा है।

संविधान को लिखने वाला मराठी पुत्र है। अन्याय के खिलाफ तलवार की भाषा मराठी है, ऐसा उद्धव ठाकरे ने कहा। अगर छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म नहीं हुआ होता तो क्या मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा देने के लिए किसी से प्रमाण मांगने के लिए जन्म लिया जाता? सबूत मांगने वालों को पता होना चाहिए कि हम किससे सबूत मांग रहे हैं। यह छत्रपति शिवाजी महाराज की भाषा है।

प्रकाशित तारीख : 2020-02-27 22:32:45

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