तू तू मैं मैं बिला वास्ता होती तो है कभी नहीं
दुश्मनी की शुरूआत आप से तो नहीं कहीं ?
हाँ है तो उससे जाके माफ़ी फ़ौरन माँगिए
ताकि हों पहले जैसे ताल्लुकात सभी सही ।
मेरी मुश्किल की घडी आज है
बेजवाब लौट रही आवाज है
फरियाद करुँ तो किस से करुँ !
मेरा खुदा मुझ से नाराज है ।
तुम्हारी नई तस्बीर देखी
जो बहुत खूबसूरत है
लेकिन तुम सा नहीं, तुम
बिल्कुल खूबसूरत हो ।
नहीं मांगना दामन, किसी और का है
और ये तनबदन, किसी और का है
चाहो तो मांगलो दिल हमारा
नहीं कहेंगे ये किसी और का है ।
रवानी ये जवानी की
जैसे नागिन पानी की
पास बूढ़ापा देख, इसे
आएगी याद नानी की ।
इन आँखों में आँसू लाऊँ
तुझको खूब रुलाऊँ
और ढेर सा प्यार देकर
जानम! तुझे मनाऊँ ।
तुम हम को प्यार करोगी
रोज़ आँखे चार करोगी
नफ़रत भी करो तो
हमी से यार! करोगी ।
ये जालिम आँखें वफ़ा जान गई
पहली नज़र में ही पहचान गई
वो अजनबी नहीं अजनबी अब
इस बात को आज मैं भी मानगई ।
आज आपने हदें पार कर दी
चुप्पी की चाकू से वार कर दी
कर रहा है इन्तजार कोई
नहीं सोचा ये क्या यार!कर दी ।
वो तो मिल गई है मगर
अरमाँ खिल गई है मगर
उसे अहसास नहीं,-मेरी-
कायनात हिल गई है मगर ।
देखता हूँ दिशाओं में वो नहीं दिखती
जाने क्यूँ आँखों में वो नहीं दिखती
इतनी चाहत में तो खुदा दिखता
मेरी इबादतों में वो नहीं दिखती ।
हाय! हाय! रे ये लड़का
देखो कैसा भड़का
लगा है जैसे इसको
मिर्च मशाले का तड़का ।
मैंने सोचा आप महान हैं
सब से अलग पहचान हैं
देखिये मैं कितना गलत था
आखिर आप भी तो इन्सान हैं ।
आपके संग हँसना चाहता हूँ
दिलमें आपके बसना चाहता हूँ
गर इजाज़त हों आपकी
प्यार बन कर बरसना चाहता हूँ ।
हाय रे ये संग दिली
जैसी राहें पत्थरिली
चाहत का ये सिला मिला
और ये क्या सजा मिली ।
सितार की झंकार हैं आप
एक हसीन बहार हैं आप
और सर से क़दम तक
बस प्यार ही प्यार हैं आप ।
आप हमे खास अच्छे लगते
ये साथ और पास अच्छे लगते
ज़िंदगी हमारी सँवर जाती
हम भी आपको काश!अच्छे लगते।
हम तो मौत के बिल्कुल कगार पर थे
पाशा पलट रहा था और हार पर थे
आप का प्यार ही था जो हमें बचा लिया
वर्ना हर ओर से दरकिनार पर थे ।
आओ एक काम करते हैं
खुद को बदनाम करते हैं
कमबख्त इस प्यार को
अपने नाम करते हैं ।
एक मुक़ाम ढूँढ़ता हूँ
हर सुबह शाम ढूँढ़ता हूँ
फ़ेसबुक पर आज कल मैं
एक ही नाम ढूँढ़ता हूँ ।