'बहरूपिया' कोरोना: चीनी छात्र संग इंग्लैंड से वुहान लौटा, छह दिन बाद साफ होगी तस्वीर

  • शशिधर पाठक

क्या चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर में यूरोप से आया कोविड-19 का मरीज (चीन का छात्र झोऊ) कोई नई चेतावनी लेकर आया है? इस बात से चीन के भी चिकित्सा विशेषज्ञ हैरान हैं। ध्यान रहे, दुनिया के वैज्ञानिकों का मानना है कि कोविड-19 म्यूटेट (खुद को परिवर्तित करने की क्षमता) कर सकता है। यदि वाकई ऐसा हुआ तो चीन में एक बार फिर कोविड-19 संक्रमण अपने पांव पसार सकता है।

गंभीर चिंता में डालने वाली यह स्थिति तब है, जब चीन के वुहान शहर में कोविड-19 के नए मामले आने बंद हो गए हैं। पिछले दस दिन में केवल एक मामला ही आया। अब यह झोऊ के रूप में यूरोप से चीन में कोविड-19 का आयातित मामला है। 

कोरोना को लेकर एक और खास बात भारत के झारखंड राज्य से सामने आई है। यहां एक विदेशी महिला की कोविड-19 संक्रमण के चलते मृत्यु हुई है। रांची के चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि उस महिला में भी आखिरी समय में कोविड-19 के संक्रमण की पुष्टि हो पाई।

इसी बात से मिलती-जुलती बात चीन ने भी कोविड-19 को लेकर दी गई एक सफाई में कही है। चीन का कहना है कि उसके यहां 1551 कोविड-19 के मामले ऐसे थे जिनमें अंत तक संक्रमण की पुष्टि हो पाना मुश्किल हो रहा था। इसमें 200 से अधिक विदेशी नागरिक थे। छात्र झोऊ का मामला भी ऐसा ही है। 

प्रकाशित तारीख : 2020-04-02 11:20:31

प्रतिकृया दिनुहोस्