पुलिस ने कई बार समझाया कि यहां से कोई बस नहीं चलेगी, लेकिन लोगों को अफवाह पर ही भरोसा है, वो घर पहुंचने की उम्मीद देती है

राहुल कोटियाल

चिलचिलाती धूप में सैकड़ों लोग नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बाहर कतारबद्ध खड़े हैं। इस उम्मीद के साथ कि कोई ट्रेन आएगी और इन्हें इनके घर तक पहुंचा देगी। कुछ लोगों को बिहार जाना है, कुछ को पूर्वी उत्तर प्रदेश और कुछ को बंगाल। तपती गर्मी में ये लोग कई घंटों से सिर्फ इसलिए खड़े हैं क्योंकि इन्होंने उड़ती-उड़ती ख़बर सुनी है कि यहां से अलग-अलग राज्यों के लिए गाड़ियां चल रही हैं।

इसी कतार में विजय कुमार भी अपने छह साथियों के साथ खड़े हैं। ये सभी बेलदारी करते हैं और दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में रहते हैं। इन लोगों ने भी सुना ही है कि रेलवे स्टेशन से गाड़ियां चल रही हैं। लिहाज़ा सुबह पांच बजे अपने घरों से निकल कर, पांच घंटे पैदल चलने के बाद ये लोग नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे हैं।

विजय बताते हैं, ‘हमें सुल्तानपुर जाना है। यहां मज़दूरी करते थे और घर पैसा भेजते थे। लेकिन लॉकडाउन के बाद उल्टा करना पड़ रहा है। हमें घर से पैसा मांगना पड़ रहा है। तीन बार पैसा मंगा चुके हैं लेकिन अब नहीं हो पा रहा इसलिए लौट रहे हैं। किसी ने बताया था कि यहां से शायद बस मिल जाए। ट्रेन तो सिर्फ अमीरों के लिए चल रही है। हमें तो स्टेशन के अंदर भी नहीं घुसने दे रहे।’

प्रकाशित तारीख : 2020-05-19 09:03:14

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