राधा कृष्ण के ठाकुरद्वारा मंदिर के पट रहते से श्रद्धालुओं में रोष 

मंदिर के नाम पर लगी  है 28 बीघे की जमीन फिर भी नहीं कराया जाता वार्षिकोत्सव 

राधा कृष्ण ठाकुरद्वारा मंदिर के पट बंद होने से श्रद्धालुओं में नाराजगी का माहौल  है। लोगों में इस बात का रोष है कि मंदिर के पट नहीं खुलते कोई पुजारी नहीं है। जिसे पूजा अर्चना करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। देखरेख के अभाव में मंदिर भी धीरे-धीरे जर्जर हो रहा है।

विकासखंड देवमई क्षेत्र के ग्राम पंचायत जोगापुर में राधा कृष्ण ठाकुर द्वारा मंदिर स्थित है। ऐतिहासिक प्राचीन मंदिर में सैकड़ों वर्ष से पूजा-अर्चना होती आई है, लेकिन पिछले काफी दिनों से मंदिर के पट बंद रहते हैं। जिससे पूजा-अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनकी भावनाओं को ठेस लगता है जबकि मंदिर के नाम पर 28 बीघे जमीन लगी हुई है।

इस जमीन की आय से कोई खास महोत्सव या कार्यक्रम नहीं किया जाता है। जिसके चलते उसकी आय का कोई पता नहीं चलता है ।इस बात को लेकर लोगों में नाराजगी का माहौल है।

ग्रामीणों के अनुसार गांव में एक लंबे समय से परंपरा चली आ रही है ।जब भी किसी परिवार में शादी बारात होती है ,तो ठाकुरद्वारा पहुंचकर राधा कृष्ण मंदिर में माथा टेककर दूल्हा और दुल्हन आशीर्वाद लेते हैं ।इसके अलावा अन्य किसी नेक और शुभ कार्य के पहले भी यहां पर लोग माथा टेकते हैं पूजा अर्चना करते हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि शासन प्रशासन इस मामले पर हस्तक्षेप करें ।मंदिर के पट खुलवा कर उसका मरम्मतीकरण कराया जाए साथ ही 28 बीघे की जमीन से होने वाली आय की पूरी जांच होना चाहिए तथा एक बड़ा महोत्सव आयोजित कर वर्ष में एक बार उससे होने वाली आय को खर्च किया जाए।

प्रकाशित तारीख : 2020-02-09 12:25:40

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